- पोल्ट्री फार्मिंग में मांस और अंडे के आलावा भी कई तरह के कार्य हैं
- किसी भी ब्रिड का चुनाव करते समय आप इस बात का ध्यान जरूर रखें, कि इस को तैयार होने में कितना समय लगेगा
मुर्गी पालन उद्योग को लेकर लोगों को यह भ्रम है, कि कम पैसा और कम मेहनत लगाकर इस उद्योग से अच्छी कमाई की जा सकता है। लेकिन क्या यह पूरी तरह से सच है?
जैसा कि सभी जानते हैं कि, बिना कड़ी मेहनत और सही गाइडेंस के बिना किसी भी बिजनेस को खड़ा नहीं किया जा सकता है। यही बात मुर्गी पालन उद्योग में भी लागू होती है। ऐसे में अगर आप पोल्ट्री फार्मिंग शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि मुर्गी पालन उद्योग क्या है?
1. क्या है पोल्ट्री फार्मिंग (What Is Poultry Farming)
मुर्गी पालन एक कृषि आधारित उद्योग है, जिसमें मुर्गियों को पालकर उनसे अंडा और मांस का उत्पादन किया जाता है। अधिकांश लोगों को लगता है कि पोल्ट्री फार्मिंग में सिर्फ दो तरह का बिजनेस है जिसमें मांस के लिए मुर्गी पालन या फिर अंडे वाली मुर्गी पालन सेअंडे का उत्पादन का बिजनेस। लेकिन ऐसा नहीं है पोल्ट्री फार्मिंग में इन दो प्रमुख कामों के आलावा भी कई सारे ऐसे काम हैं जिनको कि आप अपने बजट, अपनी मेहनत और अपने इंटरेस्ट के हिसाब से स्थापित कर सकते हैं।
पोल्ट्री फार्मिंग के प्रकार
1:-ब्रायलर मुर्गी पालन
2:-लेयर मुर्गी पालन
3:- पोल्ट्री फीड उद्योग
4:-मुर्गी ट्रेडिंग उद्योग
4:- मुर्गी कटिंग काउंटर
5:-हेचरी फार्मिंग बिज़नेस
2. पोल्ट्री फार्मिंग के लिए योजना का निर्माण (Business Plan For Poultry Farm)
अगर आपने निश्चित तौर पर चयन कर लिया कि मुर्गी पालन के किस फील्ड में आपको बिजनेस करना है, तो उसके लिए एक अच्छी योजना बनानी पड़ेगी। जिसके लिए आपको बिजनेस में लगने वाला खर्चा, अन्य उपकरण, बाजार ,उत्पादन और क्रय- विक्रय आदि का अनुमानित मूल्यांकन बारीकी से अपने बिजनेस प्लान में निर्धारित करना होगा। अगर आप अच्छी तरह से जांच-परख कर ,समझ-बूझ कर अपने बिजनेस की योजना बनाते हैं, तो आपका आधा काम तो हो ही जाता है, क्योंकि इसी बिजनेस प्लान के आधार पर ही आप अपना आगे का कार्य करेंगे।
3. पैसों की व्यवस्था (Fund management)
अब आप एक अच्छा बिजनेस प्लान (Business Plan) बना लिए हैं तो आपको यह समझ में आ गया होगा कि आपको काम शुरू करने के लिए कितने पैसों की आवश्यकता पड़ेगी। अगर आपके पास फंड की पूरी व्यवस्था है, तो फिर तो ठीक है, नहीं तो अगला कदम आपका पैसों का लिए बैंक से लोन लेने का होगा, जिसके लिए आप किसी C.A. से प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर बैंक में लोन के लिए अप्लाई करें।
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4. जगह का चयन (Site Selection For Poultry Farm)
किसी भी बिजनेस की सफलता के लिए सही जगह का चुनाव सबसे महत्वपूर्ण काम होता है। मुर्गी पालन के लिए जगह चुनते समय सबसे ज्यादा पानी की उपलब्धता का ध्यान रखना जरूरी है। उसके बाद बिजली की व्यवस्था ,सड़क की व्यवस्था आदि का भी ध्यान रखना होता है। मुर्गी पालन के लिए जगह देख रहे हैं, तो इस बात का भी ध्यान रखें, कि आबादी से दूर का जगह चयन करें और साथ-साथ एक मुर्गी फार्म से दूसरे के बीच कम से कम चार से पांच किलोमीटर की दूरी रहें, इस बात का विशेष ध्यान रखें।
5. मुर्गियों का चयन (Selection Of Chickens)
पोल्ट्री फार्मिंग का बिजनेस (Poultry Farming Business) शुरू करने से पहले ही आपको यह डिसाइड कर लेना होगा कि आप किस प्रकार की मुर्गियों की फार्मिंग करने वाले हैं। इससे सबसे बड़ा फायदा आपको तब होगा जब आप मुर्गियों के लिए छप्पर (shade ) बनाएंगे तो आपको परेशानी नहीं होगी। आपको यह पता होना चाहिए कि आप अपने फार्म में अंडे का उत्पादन करेंगे, कि मीट का उत्पादन करेंगे। इसके अनुसार आपको लेयर यानी कि अंडे वाली मुर्गी या ब्रायलर यानी कि मीट वाली मुर्गी का चयन करना होगा। किसी भी ब्रिड का चुनाव करते समय आप इस बात का ध्यान जरूर रखें, कि इस को तैयार होने में कितना समय लगेगा और आपके आसपास के वातावरण का इस पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
6. ट्रेनिंग (Training)
आपके मन में जब से यह ख्याल आया कि हमको पोल्ट्री बिजनेस करना है, तब से ही आपको इस उद्योग से जुड़े हुए लोगों के साथ अधिक से अधिक समय व्यतीत करना चाहिए। इससे आपको बहुत फायदा होगा। आप भी थोड़ा बहुत ट्रेंड हो जाएंगे और ऐसे लोगों से संबंध बनाकर रखेंगे तो वह आपका बिजनेस स्थापित करने में आपको मदद भी करेंगे। तो अनुभवी लोगों के साथ समय व्यतीत करें।
7.छप्पर एवं उपकरणों का चयन (Shading And Equipment For Poultry Farm)
मुर्गी पालन करने के लिए आपको छप्पर (फार्म हाउस )बनवाना होगा और साथ-साथ मुर्गियों के लिए ड्रिंकर और फीडर जिसमें कि वह खाना खाएंगे और पानी पिएंगे की व्यवस्था करनी होगी। इसी तरह से अगर आप मुर्गी ट्रेडिंग का काम शुरू करने जा रहे हैं तो आपको एक गोडाउन बनवाना होगा और कुछ गाड़ियों का भी बंदोबस्त करना होगा। वहीं अगर आप हैचरी का काम शुरू करने जा रहे हैं, तो इसमें कुछ बेसिक इक्यूपमेंट की जरूरत होती है। इन सब काम के लिए आप किसी एक्सपर्ट से हेल्प ले सकते हैं।
8. आहार एवं दवाई (Feed and Medicine Management)
मुर्गी पालन बिजनेस में मुर्गियों के आहार (feed) की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मुर्गियों की ग्रोथ मुर्गियों को दिए जाने वाले फीड पर ही निर्भर होती है। मुर्गियों के फीड में सही मात्रा में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स और विटामिन है कि नहीं इस बात का खास ख्याल रखा जाता है। उच्च क्वालिटी और सही मात्रा ( proportion)वाले आहार के साथ-साथ मुर्गियों को कुछ सप्लीमेंट भी दिए जाते हैं, और समय समय पर उनके टीकाकरण और हाइजीन का ध्यान रखते हुए, जो भी दवाई लगती है उसका चयन करना रहता है।
9. मार्केटिंग (marketing of poultry farming)
यहां तक का सफर तो आपका ठीक से चला लेकिन अब जो भी उत्पादन (production) हुआ है, उसके लिए आपको मार्केटिंग भी करना है। इसके लिए आपको अपने आसपास के छोटे से छोटे और बड़े से बड़े कंज्यूमर को ध्यान में रखना होगा। साथ-साथ अपने प्रोडक्ट के खपत के आधार पर बाहर के भी बाजार में मार्केटिंग करनी होगी। किसी भी बिजनेस में अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग करने का काम थोड़ा कठिन जरुर होता है, लेकिन अगर आपने इतने मेहनत से अपना प्रोडक्ट अच्छे से तैयार किया है, तो कोई भी झिझक ना रखें और सभी से अच्छे से संपर्क करें। अपने प्रोडक्ट की डीलर के सहारे न छोड़ें और खुद डील करने की कोशिश करें। निश्चित रूप से आप सफल होंगे।
10. अकाउंट मेंटेन करना (Account Management)
आपको अपने पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस का शुरू से ही बहीखाता मेंटेन करना जरूरी होता है। जिसके लिए आपको एक रजिस्टर में मुर्गियों के आने का दिन, उनकी संख्या, उनको प्रतिदिन दिया जाने वाला आहार, पानी, समय-समय पर दी जाने वाली दवाइयां और टीकाकरण की तारीख को नोट करके रखना होता है।
प्रतिदिन मुर्गियां कितना खाना और कितना पानी पीकर उनका कितना वजन आया इसका भी रिकॉर्ड रखना होता है। इन सब के आधार पर आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि कितनी खुराक में मुर्गियों की कितनी ग्रोथ आ रही है। इसके साथ ही ग्राहक से लेनदेन के लिए आपको कैश रिसिप्ट, चालान रिसिप्ट को भी रखना होता है। इसके अलावा आपको एक स्टॉक रजिस्टर मेंटेन करना होता है, जिसमें कितनी मुर्गियां आई, कितनी सेल हुईं, कितना दाना आया, लेबर, बिजली, दवाई इत्यादि पर कितना खर्चा हुआ, कितना फायदा हुआ का लेखा-जोखा रखना होता है।
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11. पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस के बारे में जानने योग्य कुछ विशेष बातें
उपरोक्त दी गयी बेसिक जानकारी के आधार पर आप अपनी पोल्ट्री फार्मिंग को आसानी शुरू कर सकते हैं। लेकिन इस बिजनेस से जुड़ी निम्नलिखित बातों पर भी आपको विशेष ध्यान देने की जरुरत है।
- सबसे पहले तो आपको यह ध्यान जरूर रखना चाहिए कि आपका पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस स्थानीय रूल रेगुलेशन (Rules For Starting Your Own Poultry Farm) का कड़ाई से पालन जरूर करें।
- यह सच है कि पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस बहुत तेजी से मुनाफा देने वाला उद्योग है, पर यह भी सच है कि आप जरा सा चूक गए तो यह दुगना तेजी से नुकसान भी देने वाला बिजनेस है।
- वैसे तो यह नियम किसी भी बिजनेस के लिए जरूरी है, पर मुर्गियों की लाइफ बहुत छोटी होती है, इसलिए इस बिजनेस को आप दूर बैठकर, मोबाइल से या पार्ट टाइम काम की तरह नहीं कर सकते हैं। आपको खुद की देखरेख में ही यह बिजनेस करना होगा तभी आपको सफलता मिलेगी।
नोट:- यहां पर हम अपने 20 सालों के अनुभव के आधार पर आपको मुर्गी पालन उद्योग के बारे में एक संक्षिप्त जानकारी देने का कोशिश किए हैं। अगर आपको पोल्ट्री फार्मिंग के किसी भी टॉपिक पर और अधिक जानकारी चाहिए, तो आप कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
(लेखिका : पूनम सिंह)
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2 Comments
Very good,informative ,thanks
ReplyDeleteI like the way you wrote. Good guidelines.
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