- बिजनेस नहीं बढ़ रहा है, क्या करूं?
- वेबसाइट भी बना ली है, फायदा नहीं हो रहा है, क्या करूं?
- Enquiries, convert नहीं हो रही है, Ads का फायदा नहीं हो रहा है!
इस तरह के तमाम सवाल मेरे पास अक्सर ही आते हैं, और मैंने इसका ही उत्तर, बड़े ही क्लियर ढंग से देने का प्रयत्न किया है. पूरा पढ़ें, और खुद निर्णय लें कि किस दिशा में आपको आगे बढ़ना चाहिए.
Digital Tips for Business Growth in Hindi, 2022- 23 |
आज कई Entrepreneur, Business Person आश्चर्य करते हैं कि पहले जहां एक वेबसाइट भर बना लेने से उनके पास ढेर सारी इंक्वायरीज (Business Leads) आ जाती थीं, अब वैसा क्यों नहीं हो रहा है? अगर कोई Online Business Enquiry आ भी गयी, तो वह कन्वर्ट नहीं हो पाती!
आखिर, इस बदलाव का कारण क्या है?
तकरीबन 14 सालों से Website, App, Content, Social Media, Video जैसे क्षेत्रों को तेजी से बदलते हुए न केवल देखा है, बल्कि महसूस भी किया है. इस परिवर्तन की बयार में कई छोटी बड़ी कम्पनियाँ डूब गयीं, तो कई अनजानी कम्पनियाँ अचानक से दुनिया पर राज करने लगी हैं. Nokia, Blackberry को भला कौन भूल सकेगा, और ओप्पो, वीवो, Whatsapp, Instagram को 10 साल पहले कौन जानता था भला?
ऐसे दर्जनों उदाहरण आप स्वयं दे सकते हैं, किन्तु यह एक्जाम्पल देने का मकसद यह है कि वर्तमान, अर्थात 2022 में आपके व्यापार के लिए आखिर कौन सी Digital Tips, Tricks, Strategy कामयाब होगी?
आखिर, आपको ऐसा क्या करना चाहिए, ताकि आपके पास न केवल Business Leads आयें, बल्कि वह Leads, Business Conversion में बदल भी सके.
आखिर, Business Revenue तो तभी आएगा, जब आपका Business Product या Services आपका Customer आपसे खरीदेगा!
मगर यह होगा कैसे, आइये समझते हैं, कुल 4 Steps में:
आप इसे नीचे स्क्रॉल करके पढ़ भी सकते हैं, और इस वीडियो को देख कर भी समझ सकते हैं 👇
1. Information vs Engagement (सूचना बनाम जुड़ाव)
जी हाँ! पहले के समय में आपकी अगर एक Business Website बनी रहती थी, तो कस्टमर को उस वेबसाइट से, आपकी कंपनी, Product या Services के बारे में इंफॉर्मेशन मिलती थी, और उस इंफॉर्मेशन की सहायता से आप के पास Business Leads आती थी. कुछ साल पहले तक यह बिजनेस लीड्स आसानी से कस्टमर में कन्वर्ट भी हो जाती थी.
अब ध्यान देने वाली बात यह है कि कुछ साल पहले तक, किसी भी Industry में वेबसाइटों की संख्या अपेक्षाकृत कम थी. अनेक बिजनेस ऑफलाइन ही थे, जबकि अब तमाम बिजनेस ऑनलाइन आ चुके हैं. ऐसे में आपका कस्टमर भी अब बहुत सारी चीजों को, बहुत सारी जगहों पर जाकर देखता है.
उदाहरण के लिए अगर वह एक फोन खरीदने जाता है, तो उस फोन के बारे में कई वेबसाइट, Apps पर इंक्वायरी करता है. अब वह अपना इच्छित सामान खरीदता तो है, मगर रूककर!
तो सवाल ये है कि कस्टमर का बिजनेस आखिर मिलता किसको है?
तो जवाब यह है कि जो कस्टमर को अधिक समय तक इंगेज कर सके, उसको ही बिजनेस मिलता है. अर्थात, Customer Engagement Important हो गया है अब, जबकि पहले कस्टमर को इनफार्मेशन देना ही एक तरह से पर्याप्त था.
तो आप इस बारीक बदलाव पर ध्यान दीजिए!
पहले अगर कोई ऑनलाइन, आपकी वेबसाइट के माध्यम से इंक्वायरी आती थी, तो उसे कन्वर्ट होने में ज्यादा समय नहीं लगता था, तब कस्टमर के पास ऑप्शन भी कम थे, खासकर डिजिटल दुनिया में!
किंतु अब जब उसके पास ज्यादा ऑप्शन है, तो अब इंगेजमेंट की महत्ता बढ़ गई है. अब सिर्फ इंफॉर्मेशन देने से काम नहीं चलेगा, और Digital World में आप Customer Engagement कैसे करेंगे, आइए जानते हैं अगले पॉइंट में...
2. Responsive, fully up to date Business Website
पुरानी, थकी वेबसाइट से काम नहीं चलेगा!
ऊपर के पॉइंट (Information vs Customer Engagement) को समझना बेहद आवश्यक था, क्योंकि इसी से आपको पता चला होगा कि सिर्फ काम करने की बजाय, आपको फायदा तब मिलेगा, जब आप उस काम को ठीक से करेंगे, और ठीक से आप कैसे करेंगे, जब आप उस कार्य को समझेंगे ही नहीं!
खैर, अब आप समझ गए होंगे कि आखिर कस्टमर इंगेजमेंट क्यों इंपॉर्टेंट है. चूंकि कस्टमर जैसे-जैसे जागरूक हुआ है, वह 10 विकल्पों को देखता है, वह 10 चीजों को देखता है, और सबसे बड़ी बात यह है कि आप से अगर कोई सामान खरीदना चाहता है, तो वह आपके साथ पहले जुड़ता है, फिर उसके कस्टमर बनने की संभावना बढती है.
तो अब हम इस मुद्दे पर आए हैं कि कस्टमर को Engage कैसे करें?
हकीकत यही है कि आज भी आपको वेबसाइट से ही इंक्वायरी आएँगी, लेकिन तब जब आपकी Business website fully up to date रहेगी. न केवल कंप्यूटर, बल्कि Smartphone पर भी बेहद तेजी से खुल सकेगी, उसका हर आप्शन clearly visible होगा.
तो एक बार चेक कीजिए कि क्या आपकी वेबसाइट बदलते जमाने के साथ बदली है?
या फिर वही पुरानी HTML वाली, नाम नाम की वेबसाइट बनवा रखी है आपने!
आपको मोबाइल में विजिबल, Responsive dynamic website चाहिए, ताकि वह कस्टमर को ठीक ढंग से इंगेज कर सके. साथ ही आपकी वेबसाइट में प्रॉपर इंक्वायरी फॉर्म (Enquiry Form), Whatsapp से कनेक्टेड हो, ताकि कस्टमर सीधे वेबसाइट से आपको Message भेज सके. चूंकि Whatsapp 24x7 हर किसी के हाथ में खुला ही रहता है.
इतना ही नहीं, आपकी Business Website आपके प्रोडक्ट के बारे में, आपकी सर्विसेज के बारे में कस्टमर को ठीक ढंग से Convince करने में, बता पाने में सक्षम होनी चाहिए.
अगर यह सब है, तो निश्चित रूप से अगर आप की वेबसाइट पर कोई कस्टमर आ गया, तो वह उसे पूरी तरह एक्सप्लोर करना चाहेगा, और ऐसे में आपकी वेबसाइट का विभिन्न पैरामीटर्स पर Engaging होना आवश्यक है.
इसके अलावा एक बड़ी बात यह भी है कि बहुत सारे लोग दिखावे के लिए अपनी वेबसाइट इंग्लिश में बनवा लेते हैं, किंतु क्या वास्तव में कस्टमर उसे पढता है?
ठीक है, आपकी वेबसाइट English में है, किन्तु अगर आप चाहते हैं कि आप की वेबसाइट पर कस्टमर आकर उसे पढ़े, वहां रुके तो उस वेबसाइट को लोकलाइज अवश्य कराइए (Website Localization is important).
जी हां! यह रीजनल कंटेंट में हो, जैसे कि हिंदी! या आप किसी अन्य भाषा में, जहां आपके कस्टमर हैं, तो उस भाषा में आप अपनी पूरी वेबसाइट को निश्चित तौर पर लोकलाइज कराइए. लोकलाइजेशन का बहुत बड़ा फायदा है और यह बात कई Research में साबित हो चुकी है.
आप यह जान लीजिए कि English लैंग्वेज में कस्टमर को इंफॉर्मेशन तो मिल जाएगी, वह समझ भी लेगा, किन्तु इंगेजमेंट शायद ही मिले. जबकि सबसे शुरूआती पॉइंट में साफ़-साफ़ बताया गया है कि इंगेजमेंट आज की डिजिटल दुनिया में प्राथमिक है, प्राइमरी है!
तो वेबसाइट को समय अनुसार परिवर्तित कराएं, और उसे लोकलाइज अवश्य कराएं.
ध्यान रखिए, कई सारे लोग Business Leads के लिए एडवर्टाइजमेंट चलाते हैं, जैसे गूगल ऐड (Google Ad), या फेसबुक ऐड (Facebook Ad), और एडवर्टाइजमेंट के बाद लोग आपकी वेबसाइट पर या तो लैंड करते हैं, या फिर रुचि होने पर आपकी वेबसाइट को ब्राउज़ अवश्य करते हैं. तो अगर आपकी वेबसाइट इन मानकों को स्टैंडर्ड्स (Website Standards 2022) को पूरा नहीं करती है, तो क्या आप को इच्छित परिणाम आएगा?
संभवतः नहीं, और कस्टमर आए भी गया, तो चला जाएगा. टेक्निकल लैंग्वेज में इसको बाउंस रेट (Bounce Rate) बोलते हैं. तो यह कहाँ की समझदारी है? एक तो कस्टमर आना बहुत मुश्किल है, और अगर आता है, तो आप उसे यूं ही जाने देते हैं, क्योंकि आपकी Business Website Fully up to date नहीं है. तात्पर्य यह है कि अपनी वेबसाइट को Responsive and Localized Website करा कर रखें, बिना किसी देरी के! साथ ही इसे टाइम टू टाइम अपडेट (Time to time website update) भी रखें.
इसके लिए अगर आप हमारी हेल्प लेना चाहते हैं, तो हमारी सब्सिडियरी आर्टिकल पीडीया (Article Pedia) आपकी वेबसाइट को हिंदी सहित कुछ अन्य Indian Languages में में पूरी तरह से लोकलाइज कर सकती है. इसके लिए हमें व्हाट्सएप (9990089080) करें.
3. Article Writing/ Blog Management
Content is King, Internet World की एक सच्चाई है.
जी हां! आप एक Dynamic, Responsive Business Website बनाकर ही निश्चिंत नहीं हो सकते, बल्कि वेबसाइट में टाइम टू टाइम अपडेट करते रहना भी आज की ज़रुरत बन गया है. ध्यान दीजिये, अगर आप की वेबसाइट है, और उस पर वही पुरानी इंफॉर्मेशन पड़ी है, जो कई साल पहले किसी Website designer ने कॉपी-पेस्ट करके दाल दिया था, तो यह आपके लिया नेगेटिव इम्पैक्ट क्रियेट करेगा.
ध्यान दीजिये, एक Real Customer आपकी वेबसाइट पर कई- कई बार विजिट करता है. आज भी, कल भी, और आगे भी वह आपकी वेबसाइट पर आता रहता है. अगर वहां उसको एक ही जैसी इनफार्मेशन दिखती है, तो क्या वह आपकी वेबसाइट पर एंगेज होगा?
ऐसे में खुद से पूछिए कि ऐसा क्या किया जाना चाहिए कि आप की वेबसाइट पर जब कस्टमर आए, तो उसको कुछ नया मिले. इसके लिए सबसे बेहतर कार्य है रेगुलर आर्टिकल राइटिंग (Regular Articles for your website), जिसे आप एक तरह से ब्लॉग मैनेजमेंट भी कह सकते हैं.
आप चाहे जिस भी इंडस्ट्री में हों, चाहे किसी सर्विस सेक्टर में आपका व्यापार हो चाहे किसी प्रोडक्शन वर्कशॉप को आप हैंडल कर रहे हों, आप कंटेंट के माध्यम से अपने कस्टमर को थोड़ी एक्स्ट्रा, मगर रिलेवेंट इंफॉर्मेशन (Extra, but relevant information) दीजिए.
आइये, इसे एकाध उदाहरण से समझते हैं.
जैसे अगर आप CA हैं, तो आप अपने कस्टमर को बता सकते हैं कि जीएसटी रजिस्ट्रेशन (GST Registration) किस प्रकार से कराया जाए? इसी प्रकार आप यह भी बता सकते हैं कि जीएसटी रजिस्ट्रेशन की पहली रिटर्न किस प्रकार फाइल की जाए?
अगर आपको लगता है कि यह बताने से आपका कस्टमर चला जाएगा, या खुद कर लेगा, तो यह सोच बेहद गलत है. यह जान लीजिये कि आप नहीं बताएँगे, तो भी Google और YouTube पर कोई अगर कुछ ढूंढना चाहेगा, तो उसे कमोबेश इनफार्मेशन मिल ही जायेगा. किन्तु आप जब बताएंगे तो बहुत सारे लोग आपसे इंगेज होंगे, आपकी इनफार्मेशन पढेंगे, और उन्हीं बहुत सारे लोगों में से आपके पास नेचुरल/ नेटिव कस्टमर (Natural/ Native Customers) भी आएंगे.
न केवल जानकारी, बल्कि तमाम नई अपडेट, किसी भी इंडस्ट्री में आती ही रहती है. आपके पास बहुत सारी नई सर्विसेज जुड़ती है, नए प्रोडक्ट्स जुड़ते हैं, तो इन सभी की जानकारी, अपनी टीम के बारे में, अपने ऑफिस के बारे में, किसी एम्प्लोयी के बर्थडे सेलिब्रेशन के बारे में, आप रेगुलर ब्लॉग राइटिंग जरूर करें, या अपनी टीम से करायें. यह सब अगर आप इंग्लिश में करते हैं, तो निश्चित रूप से इसे कीजिए, लेकिन लोकल लैंग्वेज में भी अवश्य ही कीजिए.
इससे आप अपने कस्टमर को अपनी वेबसाइट पर बेहतर ढंग से Engage कर पाएंगे.
यह भी आपको याद दिला दें कि आप जब भी ब्लॉग पोस्ट्स लिखते हैं, तो आपके पास नेचुरल सर्च भी आती है. गूगल में ऑटोमेटिकली अगर कोई सर्च करता है, आपके प्रोडक्ट के बारे में और उसका जिक्र आपके आर्टिकल में है, तो आप गूगल सर्च में टॉप पर आ सकते हैं. वहां से नेचुरल लीड्स (Organic Business Leads) आती हैं. लाखों- करोड़ों लोग Organic Google Search से अपना व्यापार चला और बढ़ा रहे हैं, तो आप भी इसे अवश्य ही कर सकते हैं.
व्यक्तिगत तौर पर भी इसका मुझे बहुत फायदा हुआ है. भिन्न विषयों पर, टॉपिक्स पर जितनी इंफॉर्मेशन मैं लोगों को देता हूं, नेचुरल सर्च से, नेचुरल लीड से बहुत सारा फायदा होता है.
वास्तव में इस सेगमेंट को बहुत सारी कंपनीज मेंटेन तो करना चाहती हैं, किंतु उनकी रेगुलरिटी नहीं बन पाती है. ऐसे में अगर आप चाहें, तो हमारी कंपनी जेडएमयू डिजिटल (ZMU Digital) आपके लिए ब्लॉग रेगुलर मैनेज कर सकती है. आप इसको डेली बेसिस पर, साप्ताहिक बेसिस पर, अथवा मंथली बेसिस पर प्रबंधित करा सकते हैं. अपनी विंग Article Pedia के जरिये, हम कई कंपनीज के लिए Different Local Languages में Article Writing करते हैं.
तो अगर आप इस सर्विस में इंटरेस्टेड हैं, तो हमें अभी व्हाट्सएप करें. और अगर आप इसके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं, तो भी आप हमसे इसके बारे में पूछ सकते हैं.
वैसे इसके फायदे के बारे में आप पहले से ही काफी कुछ जानते होंगा, और गूगल भी कर सकते हैं. कुल मिलाकर बात यह है कि डिजिटल दुनिया के इस मजबूत शस्त्र, अर्थात Regular Content Writing को आजमाना मत भूलिएगा, अन्यथा आप इसका फायदा नहीं ले पाएंगे, और धीरे धीरे डिजिटल वर्ल्ड से आउटडेटेड, एवं बाद में आउट ही हो जाएंगे.
तो अभी हमें कॉल कीजिए (9990089080) या व्हाट्सएप कीजिए और इसके बारे में डिटेल में जानकारी लीजिए.
4. Videos are Mandatory (वीडियोज आवश्यक हैं बिजनेस के लिए)
यूट्यूब के बारे में आज भला कौन नहीं जानता? कहते हैं अगर इसकी टोटल व्यूअरशिप (Youtube Total Viewership) को मिला दिया जाए, तो यह किसी बड़े महाद्वीप से भी बड़ा क्षेत्र हो सकता है.
तात्पर्य यह है कि यूट्यूब अपने आप में एक विशाल दुनिया है.
तो सवाल यह है कि क्या आपने इस बारे में कभी ध्यान दिया है कि वीडियोज से आपकी कंपनी को क्या, और कितना फायदा हो सकता है? (Relevant videos are beneficial for your business)
अगर आपने नहीं दिया है, तो यही ठीक समय है, इस पर ध्यान देने का!
बहुत पुरानी एक कहावत है कि एक तस्वीर 1000 शब्दों के बराबर होती है. अब खुद कल्पना कर लीजिए कि वीडियोज में तो 1 सेकंड में ही कई तस्वीरें रहती हैं. ऐसे में तो इस तरीके से हजारों या शायद लाखों शब्दों के बराबर एक छोटा सा वीडियो ही इंपैक्ट क्रिएट कर सकता है.
वास्तव में देखा जाए तो वीडियो आपकी समस्त इंद्रियों को मसलन कान, आंख, मस्तिष्क सब को एक जगह केंद्रित कर देता है, और अगर बढ़िया वीडियोज नियमित बनती है, चाहे आपके प्रोडक्ट के बारे में, चाहे कस्टमर को एंगेज करने के उद्देश्य से, तो यह अपना प्रभावी असर छोड़ती ही है.
हालाँकि, वीडियो का मतलब यह नहीं है कि आप अपने प्रोडक्ट के बारे में ही बताते रहें, जैसे कि कोई बोर करने वाला विज्ञापन! हाँ, एक- दो बार आप अपने प्रोडक्ट के बारे में, सर्विसेज के बारे में बता सकते हैं, और बताना भी चाहिए, किन्तु वीडियो से वास्तविक मतलब है कि आप अपने कस्टमर को कितना इंगेज (Customer engagement through relevant videos) कर पाते हैं, कितना बाँध पाते हैं.
देखा जाए, तो यह कुछ-कुछ कंटेंट राइटिंग की तरह ही है. मतलब कि अगर आपके पास एक बढ़िया स्क्रिप्ट होगी, अपने कस्टमर्स के बारे में शेयर करने के लिए भी तो कस्टमर आप से जुड़ेगा और यह निरंतर चलेगा, तो इसका फायदा भी निरंतर ही मिलेगा.
यूट्यूब पर आप देखिए कि बहुत सारी कंपनीज के लोग अपने यूट्यूब चैनल पर रेगुलर अपडेट देते रहते हैं. प्रोडक्ट के बारे में, किसी इंफॉर्मेशन के बारे में, किसी टेक या एडमिन अपडेट के बारे में, तो आप भी यह कार्य निरंतर करने का मार्ग निकालिये.
आप यह स्वयं भी कर सकते हैं, आपकी अपनी टीम का कोई एम्प्लोयी भी यह कर सकता है. जरूरत है, इस पर थोड़ा रिसर्च करने की, थोड़ी चीजें सीखने की, जैसे टॉपिक रेलेवेंसी, वीडियो एडिटिंग, थम्बनेल मेकिंग आदि.
खास बात यह है कि हमारे Anbhigya अनभिज्ञ YouTube Channel पर यह सारी बातें, शुरुआत से बताई जा रही हैं, क्रमबद्ध तरीके से.
यह जान लीजिये कि इस पूरी कवायद का मूल मकसद है 'आपके अपने कस्टमर को इंगेज करना.'
अगर आप या आपकी टीम यह कार्य नहीं कर पाती है, तो आप हमें बता सकते हैं. हम आपके लिए रेगुलर और रिलेवेंट वीडियोज बना सकते हैं. ऐसे आपके ऑडियंस (Customer) को आपके बिजनेस से जोड़ने में बड़ी मदद मिल सकती है.
यकीन मानिए कि यह सारी चीजें जब आप करते हैं तो आपकी सेल्स निश्चित रूप से बढती है. आपकी कंपनी की ब्रांडिंग (Branding) निश्चित रूप से बढ़ती है.
वैसे, इसके कुछ और भी फायदे होते हैं. कई बार क्या होता है कि आपका यूट्यूब चैनल ही बहुत ज्यादा हिट हो जाता है. आपके पास धड़ल्ले से Views, Like, Comments आने लगते हैं, और ऐसे में आपके पास संभावनाओं के नए द्वार भी खुलते हैं.
तो अगर आप इस सर्विस में इंटरेस्टेड हैं, तो हमें अभी व्हाट्सएप करें. और अगर आप इसके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं, तो भी आप हमसे इसके बारे में पूछ सकते हैं.
तो देखिए, अब आज के समय में अगर डिजिटल मीडिया के माध्यम से आप चाहते हैं कि आपका बिजनेस आगे बढ़े, Sale Grow करे, Business Branding आगे बढ़े, तो आपको किसी एक एक्टिविटी के बारे में नहीं बल्कि सेट आफ एक्टिविटीज (Set of Digital Activities for your Business) करने की जरूरत है.
कई बार आप इसमें सक्षम हो सकते हैं, कई बार इसमें आप प्रोफेशनल नहीं हो सकते हैं. ऐसे में आपको हम जैसे Digital Professionals की मदद लेने में संकोच नहीं करना चाहिए. परन्तु, एक बात क्लियर है कि अगर डिजिटल दुनिया का लाभ लेना है तो आपको यह सारी एक्टिविटीज करनी ही पड़ेगी.
ऊपर के चार पॉइंट्स के अलावा भी कुछ एक पॉइंट्स हैं, जो आपकी बिजनेस ग्रोथ के लिए मैंडेटरी होते हैं. इसमें सोशल मीडिया मैनेज करना (Social Media Management for Business growth), ईमेल पर न्यूज़ लेटर लिखना (Business Newsletter writing), डिफरेंट वेबसाइट पर लिस्ट करना (Business Listing on relevant websites, marketplaces), व्हाट्सएप पर आपके बिजनेस को प्रॉपर मैनेज करना (Business growth through Whatsapp), और आप तुरंत किसी चीज को रिस्पांस कर सकें, कस्टमर की क्वेरीज का जवाब दे सकें, इसका प्रबंधन भी उतना ही आवश्यक है.
ऐसे बहुत सारे अपडेट हो सकते हैं, लेकिन ऊपर बताए गए 4 पॉइंट्स को अगर आप समझ कर एक्शन लेते हैं, तो निश्चित रूप से आपको Business Leads मिलेंगी भी, और Customer Engagement के द्वारा Sales में जबरदस्त छलांग दिखेगी. बोले तो, झोली भर भर के!
किसी भी प्रश्न, क्वेरी के लिए हमें अभी व्हाट्सएप करें.
शुभकामनों सहित,
आप चाहे कोई बिजनेस पर्सन हो आप चाहे कोई सर्विस देते हो आप चाहे कोई लीडर हो आप चाहे कोई लेखक हो आप चाहे कोई इंडस्ट्रियलिस्ट हो कोई साइंटिस्ट हो कोई टीचर हो यह ऊपर के सभी फैक्टर आपके लिए समान रूप से उपयोगी है आप स्वयं कीजिए या फिर आप हमारे जैसे किसी व्यक्ति को बताइए जो आपके लिए स्ट्रीट जी मेकिंग कर सकता है और गारंटी के साथ ना केवल आपकी ब्रांडिंग को खड़ा कर सकता है बल्कि सेल्स में भी आपको काफी हेल्प कर सकता है
Web Title: Digital Tips 2022 for your Business Growth in Hindi, Business nahin a raha hai kya karun
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